सराहनीय:नौबस्ता में लोगों ने चंदा इकट्ठा कर दिव्यांग बेटी के करवाए हाथ पीले
मुश्ताक अहमद

गोंडा। ग़रीबी और लाचारी के बीच बुधवार की रात नौबस्ता ग्राम पंचायत में ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर बिन बाप की दिव्यांग बेटी की शादी कर विदाई की है। विवाह संजय कुमार पुत्र स्व. कल्पू निवासी मोहनपुर परसपुर के साथ हुआ। विदाई के दौरान नौबस्ता गांव के हर ग्रामीण की आंखें नम दिखीं। मामला वजीरगंज के नौबस्ता गांव का है। जहां के निवासी स्व० सतगुरु के एक बेटा और दो बेटियां थीं। जिसमें एक बेटा और एक बेटी की शादी हो चुकी थी। उनकी दूसरे नंबर की गूंगी पुत्री सुनीता की शादी की उम्र थी लेकिन अभी शादी नहीं हो पाई थी। गांव के लोगों ने ही उसकी शादी करवाई और उसका परिवार बनकर उसे विदा किया। यहां तक की उसकी शादी के लिए गांव के लोगों ने चंदा इकट्ठा किया।
लड़की शादी करने योग्य हो चुकी थी। बुधवार की शाम को गांव के समाजसेवी शशिधर पांडेय ने कई लोगों के सहयोग से शादी की रस्म सम्पन्न कराई। कुछ समय पहले लड़की के पिता की मौत हो गई थी। शादी के लिए पैसा न होने से परिजन काफी परेशान थे। ग्रामीणों ने गरीबी और आर्थिक तंगी शादी में बाधक न बनने का फैसला किया। किसी ने पैसा तो किसी ने खाद्यान्न और दान दहेज की व्यवस्था की।
बुधवार की रात सभी वैवाहिक रस्में संपन्न कराई गईं। गांव के लोग हर रस्म में खड़े दिखे। गुरुवार की सुबह के समय सुनीता देवी की विदाई हुई तो पूरे मोहल्ले के लोगों की आंखों से आंसू झलक उठे।सहयोग में गांव के रोहित मिश्रा,वेद प्रकाश पांडेय,राममनोहर शुक्ला, संदीप पांडेय,मोहन नाऊ,अजय पांडेय,भूपेंद्र पांडेय व अशोक पांडेय रहे।सभी ने नम आंखों से अपनी बेटी की तरह लड़की को विदा किया।