बेटा एक परिवार की ताकत तो बेटी दो परिवार की शान:आचार्य भोलानाथ तिवारी
संजय श्रीवास्तव/बनारसी मौर्या

नवाबगंज (गोंडा)lजगत कल्याण को समर्पित श्रीराम महायज्ञ एवं श्री राम कथा का दिव्य संदेशों के साथ समापन।
क्षेत्र के ग्राम सभा इस्माइलपुर में आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम महायज्ञ व श्री राम कथा के अंतिम दिन कथा व्यास आचार्य डॉ भोलानाथ तिवारी ने श्री रामचरितमानस की चौपाइयां पर व्याख्यान देते हुए दिव्य संदेशों के साथ श्री राम विवाह एवं माता जानकी की विदाई की मार्मिक कथा सुनाई l व्यास जी ने कहा कि पुत्री के प्रति राजा जनक व रानी सुनैना के स्नेह को देखते हुए राजा दशरथ महीनों तक जनकपुर में ही रह गएl उन्होंने राजा जनक से विदाई की बात कही ही नहीं l माता जानकी के विदाई प्रसंग में महारानी सुनैना द्वारा सीता को दी गई मार्मिक शिक्षा को सुनकर दर्शकों के नेत्र सजल हो गएl कहां की नारी सशक्त नहीं संस्कारवान होनी चाहिए l विदाई प्रसंग की कथा सुनाते हुए व्यास जी ने कहा कि बेटा अगर एक परिवार का ताकत होता है तो बेटियां दो – दो परिवार की शान हैं l आगे कहा कि पुत्रियों के विदाई के समय माताओं को चाहिए की उन्हें संस्कार युक्त शिक्षा देकर विदाई करें जिससे दोनों परिवारों में प्रेम, स्नेह, सौहार्द बना रहेे।
कथा के मध्य में देश के चौथे स्तंभ एवं जन जागरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पत्रकार बंधुओं, महादेव सागर, राकेश सिंह हरीश तिवारी ,पं श्याम त्रिपाठी, बनारसी मौर्या,संजय श्रीवास्तव,मौजी राम यादव, अरुण सिंह, विनोद कुमार गुप्ता आदि को व्यास पीठ पर अंग वस्त्र एवं मिष्ठान देकर व्यास जी ने आशीर्वाद दिया l