वजीरगंज के कोंडर झील के मध्य में लगेगी महर्षि पतंजलि की प्रतिमा,निराले अंदाज में होगी जन्मभूमि
मुश्ताक अहमद

गोंडा। योग के जनक महर्षि पतंजलि की जन्मस्थली के विकास को लेकर कवायद तेज हो गई है। कोंड़र में महर्षि पतंजलि के प्रतिमा की स्थापना के साथ ही अन्य विकास कार्य कराए जाएंगे। विधायक की पहल पर पर्यटन विभाग ने 4.64 करोड़ रुपये की परियोजना स्वीकृति के लिए शासन के पास भेजी है। तरबगंज तहसील क्षेत्र के सात अन्य ऐतिहासिक स्थलों के विकास के लिए भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा गया है।
तरबगंज विधानसभा की कोंड़र गांव में योग के जननायक महर्षि पतंजलि की जन्मभूमि है। योग ने पूरे विश्व में नई पहचान बनाई है। हर साल 21 जून को योग दिवस मनाया जाता है। योग के जनक की जन्मस्थली को गुमनामी से बाहर निकालने के लिए तरबगंज विधायक प्रेम नरायन पांडेय ने बड़ी पहल की है। विधायक के प्रस्ताव पर पर्यटन विभाग ने स्थल विकास के साथ ही विभिन्न सुविधाओं के लिए 4.64 करोड़ रुपये की परियोजना स्वीकृति के लिए शासन को भेजी है।
अयोध्या-गोंडा मार्ग पर बनेगा पतंजलि द्वार
कोंड़र झील में महर्षि पतंजलि की प्रतिमा स्थापित कराई जाएगी। प्रतिमा तक जाने के लिए झील में पुल बनेगा। इसके अलावा सत्संग स्थल, अतिथि गृह, स्नान घर, शौचालय, झील पर पक्के घाट का निर्माण कराया जाएगा। परिसर में इंटर लाकिंग व प्रकाश की भी पूरी व्यवस्था होगी।
महर्षि पतंजलि जन्मभूमि से कोंड़र चौराहा होते हुये अयोध्या गोंडा हाइवे को जोड़ने वाली सड़क पर महर्षि पतंजलि द्वार का निर्माण स्थानीय विधानमंडल क्षेत्र विकास निधि से कराया जाएगा। विधायक ने निरीक्षण कर लोगों से जानकारी ली।
इन ऐतिहासिक स्थलों का भी होगा विकास
▶अमदहीबाजार में रामघाट मुनि आश्रम
▶चिवरहा के बाजपुरवा में रघुनाथदास बाबा मंदिर
▶परसपुर-धौरहरा बांध के समीप हनुमानगढ़ी मंदिर
▶ग्राम परासपट्टी मझवार में मां भुवनेश्वरी देवी मंदिर
▶मरगूबपुर के मेटिया सम्मय माता स्थान
▶बाल्हाराई में बाबा बालेश्वरनाथ मंदिर
▶दुर्जानपुरघाट में हनुमानगढ़ी मंदिर
योग के प्रणेता महर्षि पतंजलि की जन्मभूमि काेंड़र के विकास को लेकर तरबगंज विधायक प्रेम नरायण पाण्डेय के प्रस्ताव पर पर्यटन विभाग ने 4.64 करोड़ रुपये की परियोजना स्वीकृति के लिए शासन को भेजी है। इसके अलावा सात अन्य ऐतिहासिक व धार्मिक स्थलों के विकास के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया है।