कृति पब्लिक स्कूल में नब्बे अंतरराष्ट्रीय शिक्षाविदों के प्रतिनिधिमंडल ने विद्यालय का किया दौरा

रामसनेहीघाट बाराबंकी। इंटरनेशनल एसोसिएशन फार क्वालिटी एजुकेशन और साउथ एशियन इंटरनेशनल एसोसिएशन फार अर्ली चाइल्डहुड केयर ऐंड डवलपमेंट की ओर से लखनऊ में तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ। सम्मेलन में गुणवत्तापरक शिक्षा और कौशल विकास को लेकर विभिन्न देशों की शिक्षा प्रणालियों पर चर्चा की गयी और उनकी मुख्य उत्तम प्रणालियों को अपनाने पर बल दिया गया। कृति पब्लिक स्कूल भगवानपुर की उत्तम शिक्षा प्रणाली और गतिविधियों का अध्ययन करने नब्बे अंतरराष्ट्रीय शिक्षाविदों के प्रतिनिधिमंडल ने विद्यालय का दौरा किया और कक्षाओं में बच्चों और शिक्षकों से अनेक विषयों पर वार्तालप किया। प्रतिनिधिमंडल में श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान और मेज़बान देश भारत के करीब 90 से ज़्यादा स्कूलों के प्रिंसिपल व शिक्षाविदों ने भाग लिया। विद्यालय के सभी अतिथियों का स्वागत भारतीय परम्परा से तिलक लगाकर किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ भूटान के जैम्शो, श्रीलंका के जनका कमलगोडा, बांग्लादेश के हशनैन, भारत के डा० धीरज मेहरोत्रा और कृति पब्लिक स्कूल के मैनेजर हिमाँशु सिंह,प्रधानाचार्या डा० फरज़ाना शकील अली ने दीप प्रज्वलित कर किया।
छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना और स्वागत गीत से समस्त वातावरण संगीतमय हो गया। नर्सरी से कक्षा दस तक के बच्चों नें इंटरनेशनल डेलिगेट्स के सामने विज्ञान, कम्प्यूटर, गणित , पर्यावरण और भाषा पर आधारित माँडल्स और प्रेज़ेन्टेशन प्रस्तुत किये गये। सतत विकार लक्ष्य्ष्य 4 गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर विश्वस्तरीय मंथन पर ज़ोर दिया गया। प्रधानाचार्या ने बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु विद्यालय की शिक्षा प्रणाली , उद्देश्य और सुविधायें साझा की जिसे सभी ने समझा और सराहा। विद्यालय परिवार के लिये यह एक स्मरणीय अनुभव रहा। सभी अतिथियों को सप्रेम भेंट देकर विदा किया गया।